अच्छा लगा ये जान के की आप पेंटिंग भी करते हैं और वो भी उम्दा. लगता है रंगों की केमिस्ट्री भी आपने अच्छे से पढ़ी है. और अंत में, मेरे ब्लॉग पे विजिट करने के लिए भी शुक्रिया.
पहली बार आपका ब्लोग देखा ,आप के चित्र देखे बहुत ही सुन्दर है। कॄपया इस ब्लोग को देखकर कुछ सुझाव दे सकें तो आपकी आभारी रहूँगी----www.meraangle.blogspot.com |
मेरे ब्लोग पर पधार कर अपनी राय देने का शुक्रिया,मेरे बेटे के आर्ट ब्लोग पर भी उसे कुछ सुझाव दे सके,तो आपकी आभारी रहूंगी।धन्यवाद। आर्ट ब्लोग---www.meraangle.blogspot.com
pentings dekhane ke baada man ko sukunn ki anubhuti ho rahi hai aisa lagata hai hum pollutionless duniya me pahuch gaye ho jaha sirf khubsurati hi khubsurati hai........bhagwan aapko prakriti ki khubsurati banaye rakhane ki aachchhi khyal hamesha de...
अमरेन्द्र का जन्म बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में हुआ। आपने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुज़फ़्फ़पुर में संपन्न की। स्नातक की डिग्री मोतीलाल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, इलाहाबाद से प्राप्त करने के पश्चात आपने अमेरिका की ओहायो स्टेट यूनीवर्सिटी से औद्योगिकी अभियंत्रण में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। संप्रति आप अमेरिका में डाउ केमिकल मे कार्यरत हैं। साहित्य, चित्रकला, संगीत एवं भ्रमण में आपकी रुचि है। आपकी रचनाएँ अनेक पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। आप संयुक्त राज्य अमेरिका से निकलने वाली पत्रिका ’क्षितिज’ और ’ई-विश्वा’ का सम्पादन भी करते रहे हैं। प्रकाशन : "चूड़ीवाला और अन्य कहानियाँ" - कहानी संग्रह (2007), प्रकाशक : पेंगुइन बुक्स इंडिया
मेरे तूणीर, मेरे बाण (व्यंग्य संग्रह)
“मेरे तूणीर, मेरे बाण” (व्यंग्य संग्रह), 2018, प्रकाशक – प्रभात प्रकाशन, नई दिल्ली
"अनुगूँज" (कविता संग्रह)
"अनुगूँज" (कविता संग्रह), 2012, प्रकाशक – यश पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली-मुम्बई
गांधीजी खड़े बाज़ार में
गांधीजी खड़े बाज़ार में - कथा संग्रह (२०१०) / प्रकाशक - मेधा बुक्स, नई दिल्ली
चूड़ीवाला और अन्य कहानियाँ
चूड़ीवाला और अन्य कहानियाँ / लेखक: अमरेन्द्र कुमार / प्रकाशक: पेंगुइन बुक्स www.penguinbooksindia.com
अच्छा लगा ये जान के की आप पेंटिंग भी करते हैं और वो भी उम्दा. लगता है रंगों की केमिस्ट्री भी आपने अच्छे से पढ़ी है. और अंत में, मेरे ब्लॉग पे विजिट करने के लिए भी शुक्रिया.
ReplyDeleteपहली बार आपका ब्लोग देखा ,आप के चित्र देखे बहुत ही सुन्दर है। कॄपया इस ब्लोग को देखकर कुछ सुझाव दे सकें तो आपकी आभारी रहूँगी----www.meraangle.blogspot.com |
ReplyDeleteबहुत सुँदर चित्र विथी यात्रा करवायी आपने -
ReplyDeleteबधाई आप व हर्षा बिटिया को
- लावण्या
मेरे ब्लोग पर पधार कर अपनी राय देने का शुक्रिया,मेरे बेटे के आर्ट ब्लोग पर भी उसे कुछ सुझाव दे सके,तो आपकी आभारी रहूंगी।धन्यवाद।
ReplyDeleteआर्ट ब्लोग---www.meraangle.blogspot.com
दौनों के चित्र काफी मन मोहक
ReplyDeleteBahut sunder chitra hai aap dono ke..badhai!!
ReplyDeletepentings dekhane ke baada man ko sukunn ki anubhuti ho rahi hai aisa lagata hai hum pollutionless duniya me pahuch gaye ho jaha sirf khubsurati hi khubsurati hai........bhagwan aapko prakriti ki khubsurati banaye rakhane ki aachchhi khyal hamesha de...
ReplyDelete