Saturday, March 14, 2009

मिडलैंड आर्टिस्ट गिल्ड द्वारा आयोजित कला प्रदर्शनी









जनवरी-मार्च २००९ के दौरान मिडलैंड आर्टिस्ट गिल्ड द्वारा आयोजित कला प्रदर्शनी में शामिल हर्षा केऔर मेरे कुछ चित्र ।

Sunday, March 8, 2009

बदला लेने से क्या बदल जायेगा

कविता और कहानी में एक फ़र्क और भी है - कविता का टंकण (टाइपिंग) सरल और कहानी का मुश्किल । कहानी के हजारों शब्दों को टाइप करना अपने आप में एक प्रक्रम हो जाता है। पहले का मेरा सारा लिखा किसी दूसरे फांट में है और यही कारण है कि गद्द मुझे स्कैन करके देने पडे और पढने में आप सबको असुविधा हुई। लेकिन अब मैं जो भी लिख रहा हूं वह सब यूनिकोड में इसलिये वह सब आसानी से ब्लाग पर दे पाउंगा। बहरहाल, एक ताज़ा रचना प्रस्तुत है इसका स्वरूप/वर्ग क्या है इसका खुलासा भी अंतिम दो पंक्तियों में कर दिया है -


गुबार है दिल का निकल जायेगा
बदला लेने से क्या बदल जायेगा।

खिलौने जब तक है दुनिया में
मन तो बच्चा है मचल जायेगा।

सहलाते रहने से नासूर बनता है
कुरेदोगे तो कांटा निकल जायेगा।

जरूरी नहीं तोड लाओ चांद-सितारें
दिल मेरा ऐसे भी बहल जायेगा ।

छाछ भी फूंक कर पीते हैं लोग
जिसे जलना है वह जल जायेगा।

छीन लो बैसाखी गिरने दो उसको
आज नहीं तो कल सम्भल जायेगा।

तुम चाहे खेलो नफ़रत की होलियां
प्यार गुलाल का वह मल जायेगा।

मैंने तो सुनायी थी चंद पंक्तियां पर
कोई कविता कह कोई गज़ल जायेगा।

होली की असीम शुभकामनायें !!!


सर्वाधिकार: अमरेन्द्र कुमार
Copyright: Amarendra Kumar
२००९

Sunday, March 1, 2009

कहानी - कुछ सोचा है ?











सर्वाधिकार: अमरेन्द्र कुमार
Copyright: Amarendra Kumar